BCCI की बेरुखी से नाराज Murali Vijay ने हिंदुस्तान छोड़ने का किया फैसला, इन विदेशी लीग में खेलते हुए आएंगे नजर

murli-vijayBCCI और सेलेक्शन कमिटी से नाराज क्रिकेटर्स की फेहरिस्त बहुत लंबी है। हिंदुस्तान भर में देखे तो ऐसे सैकड़ों नहीं बल्कि हजारों क्रिकेटर्स मिल जाएंगे जो इस बात को लेकर अपना गुस्सा ज़ाहिर करते रहते हैं कि उन्हें अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया में खेलने का मौका नहीं मिला या जब वो अच्छी फॉर्म में थे तब उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया है। लेकिन ऐसे बहुत कम क्रिकेटर्स होते हैं जो अपनी नाराजगी के बाद में कोई बड़ा कदम उठाते हैं। लेकिन अब कुछ ऐसा ही होने वाला है क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी की टीम में खेलने वाले एक बड़े खिलाड़ी ने एक बड़ा फैसला लिया है और उसने हिंदुस्तान छोड़ने का फैसला लिया है। इस क्रिकेटर का ये जवाब बीसीसीआई की बेरुखी और सेलेक्शन कमिटी की बेइंसाफी के खिलाफ़ है।

तो कौन हैं ये क्रिकेटर जो हिंदुस्तान को छोड़कर अब विदेश में अपने लिए मौके तलाश रहा है, जिसने खुलकर बीसीसीआइ और भारतीय क्रिकेट के सिस्टम के खिलाफ़ आवाज उठा दी है, जानने के लिए देखिये हमारी ये रिपोर्ट।कभी महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया के लिए लगभग सभी फॉर्मेट्स में खेल चूके हैं। स्टाइलिश बल्लेबाज मुरली विजय के सब्र का बांध आखिरकार टूट गया है। दिसंबर 2018 में आखिरी बार टीम इंडिया के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ खेलने वाले मुरली विजय ने अब हिंदुस्तान छोड़कर विदेश में क्रिकेट खेलने का फैसला किया है। मुरली विजय की नाराजगी की इंतेहा ऐसी है की अब वो इसे लेकर खुलकर बीसीसीआइ के खिलाफ़ हो गए हैं।

मुरली ने अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा है की मेरा बीसीसीआइ के साथ समय लगभग पूरा हो चुका है और मैं विदेश में अवसरों की तलाश कर रहा हूँ। अब मैं थोड़ा कॉम्पिटिटिव क्रिकेट खेलना चाहता हूँ। लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर मुरली विजय तमिलनाडु के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते रहे हैं। खराब फॉर्म के चलते आईपीएल से भी मुरली विजय को इस सीज़न कोई खरीददार नहीं मिल पाया हैं। आईपीएल में अपना आखिरी सीज़न मुरली विजय ने साल 2020 में खेला था। वहीं तमिलनाडु के लिए आखिरी घरेलू मैच भी मुरली विजय ने सितंबर 2020 में ही खेला था। हालांकि करीब 3 साल बाद

मुरली विजय ने 2022 में खेली गई तमिलनाडु प्रीमियर लीग में वापसी की लेकिन इस सीज़न भी मुरली विजय का बल्ला ज्यादा रन बनाने में नाकाम रहा था। कहने के लिए मुरली विजय की उम्र अभी सिर्फ 38 साल ही हैं, लेकिन उन्हें अफसोस इस बात का है कि देश में क्रिकेट फैन्स टीम से बाहर चल रहे क्रिकेटर्स को अब किसी बुजुर्ग की तरह देखने लगे हैं।भारत में 30 साल के बाद खेलना है, एक टैबू है। मुझे लगता है कि लोग हमें सड़क पर चलता हुआ 80 साल का बुजुर्ग समझने लगे हैं। आप 30 की उम्र में करियर की पीक पर होते हैं। अभी यहाँ बैठकर मुझे लगता है कि मैं सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी कर सकता हूँ, लेकिन दुर्भाग्य से मौके कम थे और मुझे बाहर मौके तलाशने पड़े।

मुरली विजय ने टीम इंडिया के लिए खेले 61 टेस्ट मैचों में 46.29 की औसत से 3982 रन बनाए हैं। वनडे में भारत के लिए खेले 17 मैचों में उनके नाम 21 की औसत से 339 रन हैं, जबकि 9 टी 20 इंटर्नैशनल मुकाबलों में मुरली ने 18.77 की औसत से 159 रन बनाए हैं। इसके अलावा आइपीएल के 11 सीज़न में मुरली के 106 मैचों में 2619 रन है। भले ही आईपीएल में घरेलू क्रिकेट में मुरली विजय को दोबारा मौका मिलने की उम्मीद अब ना के बराबर दिख रही है लेकिन कहा जा सकता है कि भारत से बाहर विदेशों में खेली जा रही है। टी 20 लीग में मुरली विजय यकीनन एक से 2 साल तक और जरूर खेल सकते हैं और मौजूदा हालात में मुरली विजय के लिए इसे सही फैसला ही कहा जाएगा।

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