विराट कोहली, रोहित शर्मा, केएल राहुल अच्छा नहीं खेलेंगे तो कैसे जीतेंगे, गंभीरने आइपीएल को सही बताया।

आइपीएलहमने अक्सर देखा है जब टीम इंडिया के खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करते हैं तो क्रिकेट फ़ैन्स यह कहते हैं कि आइपीएल की वजह से भारतीय क्रिकेट आगे बढ़ चुका है और जब टीम इंडिया बड़े टूर्नामेंट में हार जाती है तो यही क्रिकेट फैन्स कहते हैं कि आइपीएल में देश के क्रिकेट को बर्बाद कर दिया है। और ऐसा। ही कुछ टी 20 वर्ल्ड कप के बाद देखने को मिला जब टीम इंडिया हारी। उसके बाद लोगों ने यह कहा कि आइपीएल को बंद करना चाहिए, आइपीएल को ब्रेक देना चाहिए क्योंकि भारत का क्रिकेट बर्बाद हो रहा है। इन्हीं सभी चीजों को लेकर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर ? गौतम गंभीर ने करारा जवाब दिया है और कहा है कि आइपीएल से भारतीय क्रिकेट अच्छा हुआ है और खिलाड़ियों का प्रदर्शन ना करना टीम इंडिया की हार की वजह तो चलिए आपको बताते हैं कि गौतम गंभीर ने खिलाड़ियों को दोषी ठहराया है।

आइपीएल की तारीफ क्यों की है? टीम इंडिया जब जब बड़े बड़े टूर्नामेंट में हार जाती है तो आईपीएल हटाओ आईपीएल बैन करो आइ पिल ने बर्बाद किया है। ऐसी चीजे हमें सुनने को मिलती है। इस बार भी जब टी 20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सेमीफ़ाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ़ 10 विकेट से हारी, उसके बाद। सभी ने आईपीएल को दोष दिया। लेकिन अब टीम इंडिया के वर्ल्ड कप मैच विनर गौतम गंभीर ने उन्हें सभी सवालों को करारा जवाब दिया है और आइपीएल को बेस्ट और खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेकार बताया है। गौतम गंभीर के मुताबिक भारतीय क्रिकेट के साथ जो सबसे अच्छी चीज़ हुई है वो आई पी एल है। ये मैं पूरे होश में कह रहा हूँ। आइपीएल जब से शुरू हुआ है किसी ना किसी बात को लेकर इसकी आलोचना होती रहती है। जब भी भारतीय क्रिकेट अच्छा नहीं कर रहा होता तो सारा कसूर आइपीएल का हो जाता है जो सही बात नहीं है।

अगर हम आईसीसी टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं। तो इसके लिए खिलाड़ियों को दोषी ठहराये, उनके प्रदर्शन को दोषी ठहराये। लेकिन आईपीएल पर ऊँगली उठाना गलत है। रोहित शर्मा, विराट कोहली, लोकेश राहुल ये सभी खिलाड़ी आइपीएल के बड़े स्टार हैं, लेकिन वर्ल्ड कप में जैसे ही टीम इंडिया नाकाम होती है तब इन सभी का रिश्ता आइपीएल से जोड़ा जाता है। लेकिन गंभीर ने साफ कर दिया कि अगर खिलाड़ी प्रदर्शन नहीं करेंगे तो टीम कैसे जीतेगी? इसके अलावा गौतम गंभीर भी विदेशी कोच को लेकर भी कई सारे बयान दिए और बताया कि भारतीय क्रिकेट को सिर्फ एक इन्डिया हीं चला सकता है और वो आइपीएल में भी देशी कोच चाहते हैं। गंभीर ने कहा कि मैं लखनऊ सुपरजाइंटस का मेंटॉर हूँ। एक चीज़ जो मैं बदलना चाहता हूँ कि वो आइपीएल में सभी इंडियन कोच। हो?

क्योंकि किसी भारतीय को बिग बैश या किसी अन्य टी 20 लीग में कोचिंग का मौका नहीं मिलता है। इन्डिया क्रिकेट में सुपर पावर है लेकिन हमारे कोचों को मौका नहीं मिलता है। विदेशी आते हैं और यहाँ मोटा पैसा कमाते हैं। एक चीज़ जो अच्छी भारतीय क्रिकेट के साथ हुई है वो ये कि अब भारतीय कोच नेशनल टीम के कोच बनने लगे है। स्पोर्ट्स में इमोशन बहुत जरूरी होता है। इंडियन क्रिकेट के लिए वही शख्स इमोशनल हो सकता है जिसने इंडिया को रिप्रेजेंट किया हो। खैर गंभीर के बयान को अगर आप समझेंगे तो कही ना कही वो सही भी है क्योंकि आईपीएल में काफी सारे खिलाड़ी टीम इंडिया को दिए हैं। आईपीएल का आगाज साल 2008 से हुआ था और उसके बाद 2011 का वर्ल्ड कप जीता। फिर 2013 की चैंपियंस ट्रोफ़ी भी जीती और वो भी उन खिलाड़ियों ने जो खेल रहे थे। अब देखना होगा कि भविष्य में आईपीएल से टीम इंडिया को फायदा होता है या फिर नुकसान।

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