Petrol-Diesel Price: पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में आयेगी गिरावट ? केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला ! पेट्रोलियम मंत्री ने दी जानकारी
इसका अर्थ हुआ कि केंद्र ने इस पूरे मामले को पूरी तरह से राज्यों के पाले में डाल दिया है। अगर राज्य सहमत हो जाए तो पेट्रोल डीजल जीएसटी के दायरे में आ सकता है, जिससे दाम में नरमी की संभावना बनेगी। आपको जानकारी के लिए बता दें पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग लंबे समय से उठ रही है। इसके बावजूद राज्य और केंद्र सरकार के बीच इस बात पर सहमति नहीं बन रही है। पेट्रोलियम मंत्री ने इस बात की आशंका जताई है कि ईंधन को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए राज्यों के बीच इस पर सहमति बनने की संभावना कम है।
जीएसटी परिषद की बैठक दिसंबर महीने में होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि राज्य के राजस्व का प्रमुख स्रोत शराब और पेट्रोलियम उत्पादों पर लगने वाला टैक्स ही होता है। वहीं पुरी ने कहा ये समझना ज्यादा मुश्किल नहीं है की राज्यों को इनसे राजस्व मिलता है। राजस्व पाने वाला आखिर उसे क्यों छोड़ना चाहेगा? सिर्फ केंद्र सरकार ही महंगाई दर और अन्य बातों को लेकर फिक्रमन्द रहती है।इस दौरान उन्होंने केरल उच्च न्यायालय के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले को जीएसटी परिषद में उठाने का सुझाव दिया गया था, लेकिन राज्यों के वित्त मंत्री इस पर तैयार नहीं हुए।
उन्होंने कहा, जहाँ तक जीएसटी का सवाल है तो हमारी या आपकी इच्छाएं अपनी जगह है। हम एक सहकारी संघीय व्यवस्था का हिस्सा है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पुरी ने कहा, मैं आपके सवाल सेअचंभित हूँ। पिछले 1 साल में इनकी कीमतों में सबसे कम बढ़ोतरी शायद भारत में ही हुई है। मोर्गन स्टेनली ने भी कहा कि भारत दुनिया भर में सबसे बेहतर स्थिति में रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने उत्पाद शुल्क में कटौती जैसे कदम उठाकर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के असर से खुद को बचाए रखा है। उन्होंने कहा, मैं काल्पनिक सवालों के जवाब नहीं देता, लेकिन केंद्र सरकार की कोशिश यही होगी की कीमत स्थिर बनी रहे।