Raipur : डॉग शो आयोजन, दिखा 50 लाख रुपए कीमत के डॉग
सोनू साह ने कहा उन्हें कई महीनों की ट्रेनिंग देकर रेंडी नेचर का बनाया जाता है। सोनू अपने साथ कई अलग अलग ब्रीड के डॉग्स को कार्यक्रम में लेकर पहुंचे थे। सोनू के मुताबिक इसमें एक का क्रेन कोसो ब्रेड इंसान की बहुत अच्छी दोस्त हैं। अपने मालिक के लिए वफादार भी हैं। इस ब्रीड के डाग मालिक इशारा मिलते हैं। किसी नापसंद व्यक्ति को जबड़ों से पकड़ ले तो सामने वाले का बचकर भागना मुश्किल हो जाता है। क्रेन कोसो नस्ल के डाक की टीएसआइ यानी प्रति स्कॉयर पिंच पर लगने वाला बाल 700 के आसपास है, जबकि अफ्रीकन सिरका बाइट पीएसी भी इससे कम है। मतलब इस डाक की जबड़े की पकड़ सिर से अधिक मजबूत था।
इस नस्ल की कीमत ₹50,00,000 तक भी पाई जाती है। उन्होंने बताया कि कई देशों के लोग इस नस्ल के डाक के जरिए शेयरों के अटैक से बचने के लिए इस्तेमाल करते हैं। ये ब्रीड इकट्ठे मिल का सिर को खदेड़ सकते हैं। इसके अलावा सिड बर्नाड नस्ल की डाक, भूकंप के मलबे और बर्फ़ में दबे इंसानों को निकालने में माहिर होते हैं। हर साल इस बीट के डॉग सैकड़ों लोगों की जान बचाते हैं। इस कार्यक्रम में बाइट ब्लैक हस्ती ब्रीड भी दिखा। ये डॉग फैमिली नेचर का है। ये देखने में सुंदर और आकर्षक है। अलास्का और साइबेरिया की बर्फीली जगहों में इस नस्ल के डॉग का उपयोग सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने के लिए किया जाता है।
100 में इंग्लिश मास्टिफ़ ब्रीड भी देखने को मिली है, जो ब्रिटिश डॉग की नस्ल है। छत्तीसगढ़ के इन ऐसोशिएशन की अध्यक्ष शरद पांडे ने बताया कि इस तरह के आयोजन से डॉग ब्रीड को हम लगातार बेहतर कर रहे हैं। ये प्रोग्राम को देश से डॉग लवर के लिए अच्छी ब्रीड उपलब्ध कराना है। इसमें लोगों को डॉग की अच्छी देखभाल करना और उन्हें अच्छी ट्रेनिंग देने जैसे चीजें सीखने को मिलेंगे। साथ ही मालिक के प्रति सबसे आज्ञाकारी और वफादारी भी डाक स्टंट शो के जरिए खुद को साबित करते हैं।