Ram Rahim, ने बदला हनीप्रीत का नाम: डेरे की गद्दी को लेकर कह दी बड़ी बात
बताया जाता है कि हनीप्रीत 1996 में पहली बार डेरे के कॉलेज में ग्यारहवीं क्लास में पढ़ने आई थी। राम रहीम तब लड़कियों को आशीर्वाद देने डेरे के स्कूल पहुंचा था। यहाँ उसकी नजर हनीप्रीत पर पड़ी थी। राम रहीम के जेल जाने के बाद डेरे की गद्दी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। पैरोल पर बाहर आए राम रहीम से देने की गद्दी बदले जाने की अटकलों को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम है हम थे और हम ही। गद्दी पर रहेंगी। गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम बरनावा के आश्रम में पैरोल का समय काट रहा है।
उसके साथ मुंहबोली बेटी हनीप्रीत और परिवार के अन्य सदस्य भी हैं। राम रहीम के भक्त डेरा प्रमुख के आश्रम में एक काफी संख्या में पहुँच रहे हैं। प्रशासन और आश्रम के लोग किसी भी अनजान व्यक्ति को प्रवेश नहीं दे रहे हैं। केवल सदस्यों को ही अंदर जाने की अनुमति है। ऐसे में गुरमीत राम रहीम के बाहर आने पर पहले ही यह विवाद खड़ा हो गया है कि खट्टर सरकार उसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है। और बार बार उसे पैरोल दिया जा रहा है। हाल ही में हरियाणा में आदमपुर सीट पर उपचुनाव और पंचायती चुनाव होने जा रहे हैं।