श्रद्धा मर्डर केस: श्रद्धा के हत्यारे आफताब पर कैसे हुई हमले की कोशिश, पूरी कहानी। दिल्ली पुलिस
हमला करने वालों को हिरासत में ले लिया गया। इनके पास से तलवारें और एक हथौड़ा भी बरामद किया गया है। इनमें से एक का नाम है कुलदीप ठाकुर। दूसरे का नाम है निगम गुर्जर। बताया जा रहा है कि दोनों गुरुग्राम से यहाँ पर आये थे और दोनों खुद को हरियाणा हिंदू सेना का कार्यकर्ता बता रहे हैं। दोनों से पूछ्ताछ जारी है। पकड़े जाने के बाद भी ये लोग आफताब को मारने की बात करते नजर आए। “एस बी लगवाएंगे गोली खाएंगे को नहीं मारने देंगे। मैं कहता हूँ पूरे देश की वाशियो को किसी को दिक्कत आये मैं कुलदीप ठाकुर मेरे पास अंदर करना नंबर दूंगा सबको” जिंस वक्त पुलिस की वैन पर यह हमला हुआ। गाड़ी में पांच पुलिस वाले मौजूद थे। इनमें एक इंस्पेक्टर था और चार अन्य पुलिसकर्मी। पुलिस ने बताया कि गोली चलाने की नौबत नहीं आई। पुलिस वाले की पिस्टल लहराते ही हमलावर पीछे हट गए थे। बहरहाल, आपको बता दें कि आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट सोमवार को भी पूरा नहीं हो सका।
सुबह करीब 11:30 बजे उसका टेस्ट शुरू किया गया था, जो करीब शाम 6:30 बजे तक चला। इस दौरान आफताब बेहद शांत तरीके से सवालों के जवाब दे रहा था। इसके बाद उसे वक्त पर तिहाड़ जेल वापस ले जाना था, इसलिए टेस्ट को बीच में रोकना पड़ गया। अब मंगलवार की सुबह उसे कड़ी सुरक्षा के बीच फिर से एफएसएल लाया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार को यह टेस्ट पूरा कर लिया जाएगा और उसके बाद 5 दिसंबर को आफताब का नार्को टेस्ट होगा। चुकी नार्को टेस्ट सिर्फ सोमवार को होता है, इसलिए 5 दिसंबर की तारीख दी गई है। लेकिन इस बीच आफताब की सुरक्षा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। तिहाड़ जेल में भी उसकी सुरक्षा को लेकर कई तरह की आशंकाएं हैं, इसीलिए उसे हिदायत दी गई है कि अकेले अपने सेल से बाहर ना ही निकले। वहीं रोहिणी में पुलिस वैन पर हुए हमले के बाद अब आफताब की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस और सतर्क हो गई है।