भारत में फिर से आने वाला है टिक-टॉक ? गूगल कर रहा है टिक-टॉक को खरीदने की तैयारी : सरकार ने कर दिया था टिक-टॉक को बैन
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार टेकओवर कुछ महीने पहले किया गया था, लेकिन गूगल ने इस सप्ताह की शुरुआत में इसकी पुष्टि की है। गौरतलब है कि एआइ जेनरेटेड कंटेंट कारोबार का एक और पहलू है जो सामने आया है और अपनी क्षमता को दिखाता है। अपने पास ऐसे प्लैटफॉर्म है जो उस मामले के लिए एआइ आधारित फोटो, म्यूजिक और यहाँ तक की आरबी बना सकते हैं।ये एआइ आधारित अवतार गूगल के लिए भी अच्छी तरह से काम करते हैं क्योंकि इसकी चेहरे की पहचान तकनीकी एप्पल की फेसआईडी जितनी ऐडवान्स नहीं है।
अवतारों को यूट्यूब शॉर्ट्स के साथ भी इन्टीग्रेटेड किया जा सकता है जो कि शोर्ट विडीओ स्पेस में टिकटॉक के खिलाफ़ गूगल का बड़ा दांव हो सकता है। हालांकि गूगल ऐसा करने की योजना कैसे बना रहा है हम अभी यह नहीं जानते हैं। वही आपको बता दें कि ऑल्टर के सह संस्थापक ने भी लिंक्डइन परअपनी स्थिति को अपडेट करते हुए अपनी प्रोफाइल में बिल्डिंग अवतार एट गूगल कॉमेन्ट जोड़ा है। अवतारों को भविष्य का एक बड़ा हिस्सा माना जाता है। कम से कम मेटा में मार्क जुकरबर्ग ऐंड कंपनी यही चाहती है कि दुनिया विश्वास करें।मेटा व्हाट्सएप्प समेत अपने सभी प्लैटफॉर्म पर अवतार लाने की कोशिश कर रहा है, जो बहुत जल्द हकीकत बन सकता है।
ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या गूगल हाल ही में टेकओवर किए गए स्टार्टअप से सभी कर्मियो को रखने का निर्णय लेता है या फिर यदि वो अपने कारोबारी रणनीति को बेहतर ढंग से फिट करने के लिए टीम को अरेंज करने का निर्णय लेता है? बता दे कि भारत चीन विवाद के बाद सरकार ने 200 से ज्यादा चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था। इनमें टिक टॉक भी शामिल था। हालांकि बीच बीच में ऐसा दांव भी होता रहा है कि चीनी ऐप्स टिकटोक भारत में रिलॉन्चिंग की तैयारी कर रहा है, लेकिन भारत सरकार की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी।