ऑस्ट्रेलिया को क्यों मिली एक गेंद कम ? पांच गेंदों में कैसे हुआ ओवर ?: 1 गेंद की वजह से ऑस्ट्रेलिया नहीं पहुंची सेमीफाइनल में

cricket newsहम अक्सर क्रिकेट में ये बातें करते है की एक गेंद में मैच पलट दिया। अगर एक गेंद और होती तो मैच का नतीजा कुछ और होता। ऐसा ही कुछ ऑस्ट्रेलिया के साथ हुआ जब अफगानिस्तान के खिलाफ़ ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया को एक गेंद कम खेलने का मौका मिला यानी की एक ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ पांचवीं गेंद खेली और अंपायर ने उसको ओवर करा दिया जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया के नेट रन रेट पर फरक पड़ा। अगर ऑस्ट्रेलिया को वो एक गेंद मिल जाती तो शायद ऑस्ट्रेलिया अभी से सेमीफ़ाइनल में पहुँच जाता और इंग्लैंड और श्रीलंका के मैच पर निर्भर नहीं होता, लेकिन अंपायर के गलत फैसले ने ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदें थोड़ी बहुत तोड़ दिया।

तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिरकार ऑस्ट्रेलिया को एक गेंद कम क्यों मिली और पांच गेंदों का ओवर कैसे हुआ?टी 20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान को सुपर 12 के मुकाबले में चार रन से हराकर सेमीफ़ाइनल की उम्मीदों को बरकरार रखा है।लेकिन इस बीच ऑस्ट्रेलिया के साथ अंपायर ने नाइंसाफी कर दी।ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगानिस्तान के सामने 169 रनों का लक्ष्य रखा था।इस स्कोर के सामने अफगानिस्तान की टीम 164 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलिया ने 168 रन का स्कोर 120 नहीं बल्कि 119 गेंदें खेलकर बनाया।अंपायर की बड़ी गलती की वजह से ऑस्ट्रेलिया को पूरे 20 ओवर खेलने का मौका नहीं मिला।ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ़ 19.5 ओवर की बल्लेबाजी की।

अंपायर की खराब कैलकुलेशन के कारण ऑस्ट्रेलिया को एक गेंद कम मिली।अगर ऑस्ट्रेलिया को 1 गेंद या पूरा मैच मिलता तो नतीजा कुछ और हो सकता था। अंपायर से ये गलती नवीन उल हक के चौथे ओवर में हुई। इस ओवर में अफगानी गेंदबाज ने छे गेंद की जगह पांच गेंदें फेंकी और अंपायर ने इसे ओवर करार दे दिया।नवीन उल हक की चौथी गेंद पर डेविड वार्नर और मिशेल मार्श ने दौड़कर दो रन लिए।इस दौरान थ्रो सीधा विकेट पर जाकर लगा और ओवर थ्रो के चलते ऑस्ट्रेलिया को एक एक्स्ट्रा रन मिला। गलती से गेंद को ब्रॉडकास्ट ग्राफिक टीम ने दो बार गिन लिया।और जीस वजह से अंपायर भी कन्फ्यूज़ हो गए। पांच गेंद के बाद ही नवीन उल हक के ओवर को समाप्त कर दिया गया।

अंत में इस गलती को नहीं सुधारा गया और नवीन ने इस ओवर में नौ रन खर्च किए।ऑस्ट्रेलिया के लिए यह मैच किसी जंग से कम नहीं था क्योंकि इस मैच को जीतने के साथ साथ ऑस्ट्रेलिया को रनरेट पर भी काम करना था।क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का रन रेट इंग्लैंड से कम था और एक बॉल ने ऑस्ट्रेलिया का समीकरण बिगाड़ दिया। नेट रन रेट के मामले में इंग्लैंड को पछाड़ने के लिए ऑस्ट्रेलिया को अफगानिस्तान को 106 रनों से पहले रोकना था। अफगानिस्तान की टीम 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 164 रन ही बना पाए। एक बॉल कम खेलने पर भी नेट रन रेट में उलटफेर हुआ।क्योंकि नेट रनरेट ओवर के हिसाब से निकाला जाता है।जैसे एक टीम ने कितने ओवर में हर टीम के खिलाफ़ कितने रन बनाए?

रन और ओवर को जोड़कर डिवाइड करने पर नेट रन रेट आता है।उसके बाद हर विरोधी टीम को कितने ओवर में कितने रन पर आउट किया?सभी मुकाबलों के ओवर और रनों को जोड़ा जाता है और डिवाइड किया जाता है। उसके बाद बैटिंग और बॉलिंग के आंकड़ों को माइनस किया जाता है। उससे नेट रनरेट सामने आता है। ऐसे में अगर ऑस्ट्रेलिया को उस एक बॉल पर चौका या छक्का मिलता तो उनका टोटल अलग होता और नेट रनरेट भी।जो होना था वो हो गया और अगर सही अंपायरिंग होती तो शायद ऑस्ट्रेलिया सेमीफ़ाइनल में होता।लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड और श्रीलंका के नतीजे पर निर्भर रहना है।ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में रन रेट की जरूरत थी लेकिन एक केंद्र ने पूरा मैच पलट दिया।

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