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PM Modi Birthday: प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर जानिए उनके बचपन से जुड़े अनसुने किस्से, मोदी जी की जिंदगी संघर्ष भरी, देती है प्रेरणा

hndi-newsआज पूरे देश में अलग अलग प्रकार से प्रधानमंत्री के जन्मदिन को सेलिब्रेट किया जा रहा है और बीजेपी ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर खास तैयारियां भी की है। इस दिन पर नए नए रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया भर में बेहतरीन छाप छोड़ी है। 17 सितंबर 1950 को गुजरात में जन्मे मोदी का बचपन संघर्ष पूर्ण रहा। मुश्किलों का सामना करते हुए वो एक साधारण परिवार से निकलकर राजनीति के सर्वोच्च शिखर तक पहुंचे। माना जाता है।बेहद अनुशासित जीवन की वजह से वो ऐसा कर पाए हैं। भारत के 14 वे प्रधान मंत्री का बचपन संघर्ष पूर्ण और दिलचस्प रहा। बचपन से जुड़े कई किस्से प्रधानमंत्री बनने के बाद खूब मशहूर हुए।

इन सभी किस्सों में सबसे खास है उनके बचपन के कुछ खास किस्से जो सबसे ज्यादा चर्चित है। तो चलिए इस मौके पर आपको बताते हैं पीएम मोदी के बचपन से जुड़े किस्से पीएम मोदी कहा बेचते थे चाय कैसे सीखी थी उन्होंने हिंदी और मगरमच्छ को पकड़कर घर क्यों ले आए थे पीएम मोदी? देखिए हमारी स्पेशल रिपोर्ट।नरेंद्र मोदी के बचपन को लेकर छपी बाल नरेंद्र के अनुसार वो अपने बचपन के दोस्त के साथ शर्मिष्ठा सरोवर गए थे। यहाँ से वो एक मगरमच्छ के बच्चे को पकड़ लाए। उनकी माँ हीरा बा ने देखा तो बहुत हुईं और उन्होंने कहा कि इसे वापस छोड़कर आओ। बच्चे को कोई माँ से अलग करता है तो दोनों को ही परेशानी होती है। माँ की यह बात सुनकर वो बच्चे को वापस छोड़ आये थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। वो अपने पांच भाई बहनों में तीसरे नंबर पर थे। उनके पिता वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने का काम करते थे। नरेंद्र मोदी अपने पिता के काम में बराबर हाथ बंटाते थे।स्कूल से पढ़ाई पूरी करके वो स्टेशन पर चाय बेचते थे, ट्रेन आती थी, उसमें वो घुसकर भीतर भी चाय बेचते थे। प्रधानमंत्री बचपन में वडनगर के रेलवे स्टेशन पर चाय बेचा करते थे। चाय बेचने के दौरान उनका संपर्क उत्तर प्रदेश के व्यापारियों से हुआ था। इन्हीं व्यापारियों से संवाद करते करते काफी कम उम्र में ही गुजराती भाषी नरेंद्र मोदी हिंदी भाषा को भी अच्छी तरह से समझने लगे थे और बोलने लगे थे तो इसी तरह से उन्होंने हिंदी सीखी थी।

आपको बता दें की नरेंद्र मोदी पिछले साल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में विश्व हिंदी सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान प्रधानमंत्री ने बताया था कि उन्होंने चाय बेचते हुए उत्तर प्रदेश के बहस वालों से हिंदी सीखी। उन्होंने कहा था कि मेरी मातृभाषा हिंदी नहीं, लेकिन मैं सोचता हूँ अगर मुझे हिंदी बोलना ना आता तो मैं लोगों तक कैसे पहुंचता? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी एक कहानी ये भी है की उनके मामा ने उन्हे सफेद कैनवास के जूते खरीद कर दिए थे। घर में नए जूते खरीदने के पैसे नहीं थे।

जब नए जूते मिल गए तो उन्हें साफ रखने की जद्दोजहद शुरू हो गई। उनके पास पॉलिश खरीदने के भी पैसे नहीं थे। ऐसे में उन्होंने एक अलग तरीका  निकाला और स्कूल में बची हुई चौक लेकर वह घर आने लगे। इसी चौक को पानी में भिगोकर वो पॉलिश बना लेते और वहीं लैब जूतों पर लगा देते थे और इसी तरह से वो अपने जूते साफ रखते थे। तो ये थे पीएम मोदी के बचपन से जुड़े कुछ मशहूर और खास किस्से आज पीएम मोदी का जन्मदिन है तो Cg Taik की ओर से उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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